तहसील चायल में तैनात संविदाकर्मियों व प्राइवेट कर्मियों पर लगा धन उगाही का आरोप
कौशांबी। तहसील चायल में भ्रष्टाचार का इन दिनों आये दिन आरोप लगता है।ऐसा ही मामला जन्म प्रमाण पत्र बनाने का आया है जो कई फाइलें महीनों से धूल फांक रही हैं, वही पीड़ित सरांयअकिल निवासी ने जिलाधिकारी कौशांबी को शिकायती पत्र व आईजीआरएस के माध्यम से आरोप लगाया है कि बिना पैसा के बाबू कार्य नहीं कर रहे हैं वही पीड़ित का आरोप है कि बिना घूस के कार्य नहीं कर रहे हैं आए दिन दौड़ाया जा रहा अब गरीब आदमी कहां से इनको पैसा दें जो रकम देता है उसका आदेश उसी दिन जारी हो जाता हैं।निवासी फकीराबाद सराय अकिल तमीज उद्दीन पुत्र रईश अहमद ने जिलाधिकारी मंझनपुर को दिये गए शिकायती पत्र में तहसील के प्राइवेट स्टाफ पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। तमीज उद्दीन का कहना है कि उसने आठ माह पहले अपने और अपने बच्चों – अंजला, राबिया, फातमा, मोहिउद्दीन, अर्फ़िया खातून व फार्ग खातून – के जन्म प्रमाण पत्र के लिए हलफनामा, गवाही और लेट फीस नगर पंचायत सराय अकिल में जमा की थी। मगर आठ माह बीत जाने के बावजूद प्रमाण पत्र का आदेश अभी तक जारी नहीं हुआ।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि तहसील चायल में “जो रुपया देता है, उसी का काम होता है, और जो गरीब है, उसकी फाइल अलमारी में दबाकर छोड़ दी जाती है।”
तमीज उद्दीन ने यह भी खुलासा किया कि तहसील में तैनात प्राइवेट कर्मी खुद को ‘फौजदारी बाबू’ बताकर पूरी तहसील का संचालन अपने कब्जे में किए हुए हैं। आरोप है कि ये कर्मचारी जन्म प्रमाण पत्र जारी कराने मामलों में भी खुलेआम वसूली कर रहे हैं।
पीड़ित ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि तत्काल जांच कर प्राइवेट कर्मियों की करतूतों पर लगाम लगाई जाए, व दोषियों को सख्त सजा दी जाए और आवेदकों की फाइलों को तुरंत निस्तारित किया जाना न्याय हित में है।
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