वायरल फीवर के प्रकोप से चायल ब्लॉक के बिलासपुर गांव में दर्जनों से अधिक लोग बीमार

वायरल फीवर के प्रकोप से चायल ब्लॉक के बिलासपुर में, दर्जनों से अधिक लोग बीमार
गांव में डॉक्टर ने लगाया कैंप 
कौशांबी चायल ब्लॉक के बिलासपुर में वायरल फीवर ने ऐसा पांव पसारा की दर्जनों भर से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया बीमार लोगों के परिजन क्षेत्र में खुले झोला छाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर हैं। वही गांव में बने हेल्थ वेल्थनेस सेंटर भी बंद ही रहता है जिससे मरीज मरीज को दवा नहीं मिल पाती वहीं सरकार द्वारा गांव गांव में हेल्थ वेल्थनेस केंद्र बनाए गए जिससे गांव के लोगों को दवा वहीं मिल जाए लेकिन जब खुलता ही नहीं तो मजबूर होकर झोला छाप डॉक्टर की तरफ मरीज का परिजन रुख करता है। ऐसी स्थिति में कई बार मरीज को जान भी गंवानी पड़ती है।
बिलासपुर गांव के धारा सिंह, राजाराम, फूलचंद्र, ओम प्रकाश ने बताया कि सप्ताह भर पहले गांव में बुखार का प्रकोप शुरू हुआ। सबसे पहले अभिषेक कुमार, चंदन लाल को अपनी चपेट में लिया। स्वजनों ने उनका इलाज निजी क्लीनिक से कर रहे हैं जहां पर कोई फायदा होता नहीं दिख रहा वहीं कई घरों के लोग धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगे हैं। मरीजों को तेज बुखार, बदन में दर्द, उल्टी दस्त, हाथ पैर में थकावट,सूजन और प्लेटलेट्स व खून की कमी की शिकायत हो रही है। मरीजों को कमजोरी इस कदर जकड़ ले रही है कि वे चलने फिरने को मोहताज हो रहे हैं।
गांव के साहिल पुत्र राकेश, कल्याण, बेटा अभिमन्यु पुत्री संध्या, दीपक पुत्र बिहारी लाल, पवन सिंह, रीता पुत्री राम सेवक, अंकित पुत्र अमर दीप, चंदन लाल, राम सजीवन, राकेश पुत्र शारदा, ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जरूर खोला गया है। लेकिन ऐसी स्थिति में भी सेंटर में ताला ही लटकता रहता है। बीमारों का इलाज परिजन नजदीकी क्लीनिकों से जान को जोखिम में डालकर करवा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप अभी तक गांव में टीम नहीं पहुंची है। वही जब सीएचसी प्रभारी डॉक्टर ललित सिंह से जब इस बात पर चर्चा की गई तो उन्होंने कहा टीम गई थी दवा का छिड़काव करके आई।जैसे ही जानकारी चिकित्सा अधिकारियों को हुई तो तत्काल
चायल निरीक्षक सीएचसी प्रभारी डॉ ललित सिंह के निर्देश पर कसेंदा पीएचसी प्रभारी डॉ विनय सिंह की अगुवाई में जिला स्वास्थ्य मोबाइल वैन के साथ पहुंचकर गांव में कैंप लगाया गया तो बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित अपना इलाज कराने के लिये कैंप में पहुंचे। चिकित्सकों की टीम ने मरीजों की जांच कर दवा दी गई । इस बीच 90 ओपीडी, 15 टाइफाइड जांच, 25 मरीजों की एचबी जांच की गई। जांच के दौरान महिला सहनू बनो के खून की कमी पाई गई वहीं एक अन्य महिला की हालत गंभीर मिली। जिन्हें सीएचसी में भर्ती कराया गया है। अन्य मरीजों को बीमारी की जांच करके दवा वितरित की गई। साथ नालियों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराया गया। इस बीच अभय सिंह, अनूप सिंह, देव सिंह, राजकुमार आदि टीम के साथ मौजूद रहे।

रिपोर्ट- राकेश दिवाकर पत्रकार 
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