बच्चों की जान को जोखिम में डालकर प्रधानाध्यापिका करा रही छत की साफ सफाई
कौशांबी- चायल ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय डीहा चायल की प्रधानाध्यापिका बिना सीढ़ी के बनी छत पर बच्चों को कैसे चढ़ाकर साफ सफाई करा रही है ऐसे में किसी भी बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है।परिषदीय विद्यालयों में लापरवाही बदस्तूर जारी है। एक तरफ जहाँ जिलाधिकारी विद्यालयों की दशा और दिशा सुधारने में लगे हुए हैं, तो वहीं प्राथमिक विद्यालय डीहा विकास खंड चायल की प्रधानाध्यापिका आरती वर्मा बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रही हैं। वह अक्सर बच्चों को बिना सीढ़ी की छत पर चढ़ाकर उनसे छत की सफाई करवाती रहती हैं। गौरतलब है कि आरती वर्मा के ऊपर पूर्व में भी कई और आरोप लग चुके हैं जैसे बच्चों की डिटेल्स ऑनलाइन करने के नाम पर भी प्रत्येक बच्चे से 50 रुपए की राशि की मांग की गई थी। और अभिभावकों द्वारा शिकायत भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। यही नहीं हाल ही में कुछ दिन पूर्व बीईओ चायल द्वारा इनके विद्यालय का निरीक्षण भी किया गया तथा विद्यालय की बदहाल व्यवस्था के लिए फटकार भी लगायी गई। सूत्रों की मानें तो विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए चटाइयाँ तक नहीं खरीदी गई। आखिर कम्पोजिट ग्रांट की धनराशि का पैसा कहां जाता है।क्या डकार कर हजम की जा रही है। जांच का विषय है।
अब तो इनका मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि बच्चों को शिक्षा देने के बजाय उनसे साफ सफाई कराई जा रही है। बच्चों की जान जोखिम में डालकर क्यों कराई जा रही है। साफ सफाई यदि कहीं पैर फिसल कर गिर जायें तो उसका कौन जिम्मेदार अपने आप में एक सवाल है पर यह है की मानते ही नहीं गरीब अभिभावकों के बच्चों के साथ खिलवाड़ करने में अपने बच्चों को तो यह प्राइवेट स्कूल में भेजते हैं और बेहतर शिक्षा की अपेक्षा रखती है लेकिन यह गरीब बच्चों को शिक्षा देने के बजाय उनको इधर-उधर के कामों में लगाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि ऐसे प्रधानाध्यापक पर कोई कार्यवाही की जाएगी। या ऐसे ही बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करती रहेगी।
रिपोर्ट- राकेश दिवाकर पत्रकार
9648518828
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