कलेक्ट्रेट का औचक निरीक्षण, लापरवाही पर सख्त हुए जिलाधिकारी, कई कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश
साफ-सफाई, पत्रावली व्यवस्था और कर्मचारी उपस्थिति की गहन समीक्षा, अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश
कौशाम्बी- मण्डलायुक्त प्रयागराज के प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर जिलाधिकारी श्री मधुसूदन हुल्गी ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान डीएम ने कार्यालयों में साफ-सफाई, फाइलों के रख-रखाव, फरियादियों की समस्याओं के निस्तारण और कर्मचारियों की उपस्थिति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने पाया कि कई विभागों में प्रशासनिक कार्यों के प्रति लापरवाही बरती जा रही है, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने रिकार्ड रूम, शस्त्र अनुभाग, नजारत अनुभाग, निर्वाचन कार्यालय, जिला आबकारी कार्यालय, खाद्य एवं सुरक्षा कार्यालय, भूलेख संग्रह अनुभाग सहित अन्य कार्यालयों का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा सभी पत्रावलियों और अभिलेखों को विधिवत क्रम में, सूचीबद्ध तरीके से रखा जाए ताकि किसी भी कार्य में अनावश्यक विलंब न हो।
उन्होंने फरियादियों की समस्याओं के त्वरित और प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण पर विशेष जोर दिया और कहा कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी आमजन की शिकायतों को हल्के में न लें। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि मुकदमों से संबंधित फाइलों को समयबद्ध रूप से निस्तारित किया जाए और सभी संबंधित पटल सहायकों को फाइलों को सुव्यवस्थित एवं व्यवस्थित ढंग से रखने के लिए निर्देशित किया गया।
भूलेख अनुभाग में मिली गंभीर लापरवाही, छह कर्मचारियों का वेतन रोका
निरीक्षण के दौरान जब जिलाधिकारी भूलेख संग्रह अनुभाग पहुंचे, तो वहां की स्थिति अत्यंत चिंताजनक पाई गई। पत्रावली रख-रखाव में भारी अनियमितताएं पाई गईं और कैश रजिस्टर भी मौके पर उपलब्ध नहीं कराया गया। इस लापरवाही पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई और तत्काल प्रभाव से छह कर्मचारियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया।
इनमें राजस्व निरीक्षक श्री त्रियुगी नारायण, लेखपाल श्री अभिषेक एवं श्री पंकज, राजस्व अधिकारी श्री साधु शरण उपाध्याय, राजस्व सहायक श्री कल्लू लाल मौर्य एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर श्री शैलेन्द्र कुमार शामिल हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि शासकीय कार्यों में इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला आबकारी अधिकारी अनुपस्थित, डीएम ने रोका एक दिन का वेतन
निरीक्षण के दौरान जिला आबकारी अधिकारी श्री राजेश प्रसाद अपने कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए। साथ ही उनके द्वारा शासकीय कार्यों के प्रति उदासीनता दिखाई दी, जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और उनका एक दिन का वेतन रोकने के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए किसी भी अधिकारी से यह अपेक्षा नहीं की जाती कि वह अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़े।
सभी विभागों को अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश
निरीक्षण के समापन पर जिलाधिकारी श्री हुल्गी ने सभी विभागों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि वे कार्यालय में अनुशासन, जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट जिले का प्रमुख प्रशासनिक केंद्र है और यहां की कार्यप्रणाली आम जनता के भरोसे का प्रतिबिंब होती है। किसी भी प्रकार की लापरवाही न केवल जनता के हितों को प्रभावित करती है, बल्कि शासन की कार्यकुशलता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है।
इस निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) श्रीमती शालिनी प्रभाकर, श्री प्रबुद्ध सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने जिलाधिकारी के निर्देशों को गंभीरता से लिया और सुधार की दिशा में तत्परता से कार्य करने का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी का यह औचक निरीक्षण कलेक्ट्रेट की कार्यशैली को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे न केवल प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि कर्मचारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी। साथ ही यह संदेश भी स्पष्ट गया है कि शासन कार्यों में लापरवाही बरतने वालों पर अब सख्त कार्रवाई तय है।
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