जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण, ग्राम सादिकपुर व सेमरहा में विकास कार्यों का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश

जिलाधिकारी का औचक निरीक्षण, ग्राम सादिकपुर व सेमरहा में विकास कार्यों का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश
जनपद कौशाम्बी में शासन की योजनाओं को धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू कराने के लिए जिलाधिकारी लगातार फील्ड में सक्रिय नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने मंझनपुर विकास खण्ड के ग्राम सादिकपुर सेमरहा का अकस्मात निरीक्षण किया और विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं तथा जनसेवा से जुड़े स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
ग्राम विकास के हर पहलू पर निगाह, स्कूल से लेकर अंत्येष्टि स्थल तक का निरीक्षण
निरीक्षण की शुरुआत प्राथमिक विद्यालय से हुई, जहां जिलाधिकारी ने स्कूल की सफाई व्यवस्था, शिक्षण सामग्री, विद्यार्थियों की उपस्थिति तथा महिला एवं दिव्यांग शौचालयों की स्थिति को देखा। सभी सुविधाएं संतोषजनक पाई गईं। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की उपस्थिति, पोषण कार्यक्रम और टीकाकरण से संबंधित विवरणों की गहनता से जांच की गई।

आंगनबाड़ी केंद्र में बीएचएनडी सत्र के अंतर्गत निर्धारित 6 महिलाओं की जांच और 14 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य था, लेकिन मौके पर 5 महिलाओं की जांच और 8 बच्चों का टीकाकरण ही हुआ था। जिलाधिकारी ने शेष महिलाओं और बच्चों की शीघ्र जांच एवं टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी पाया कि एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यू लिस्ट में भिन्नता है, जिसे तुरंत एकरूप करने के निर्देश दिए।

जल जीवन मिशन की प्रगति संतोषजनक, ग्रामीणों ने जताया आभार
जल जीवन मिशन के अंतर्गत नलकूप, उच्च जलाशय, सोलर पैनल और बाउंड्रीवाल का भी निरीक्षण किया गया। ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति नियमित रूप से हो रही है। जिलाधिकारी ने पेयजल योजना के तहत डाली गई पाइपों के कारण खोदी गई सड़कों की भी स्थिति देखी, जिस पर ग्राम प्रधान द्वारा मरम्मत कराए जाने की जानकारी दी गई।

अधूरे निर्माण कार्यों पर नाराजगी, जल्द पूरा करने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान आरआरसी सेंटर और अंत्येष्टि स्थल का निर्माण अधूरा पाया गया। इस पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि इन कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराया जाए। इसके साथ ही सामुदायिक शौचालय की रंगाई-पुताई अधूरी थी, जिसे प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए गए।

पंचायत भवन नहीं, स्कूल में चल रहा पंचायत कार्य
जिलाधिकारी ने पाया कि ग्राम पंचायत का कार्य विद्यालय भवन में संचालित हो रहा है। ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि पंचायत भवन के निर्माण का प्रस्ताव पहले ही जिला पंचायत राज अधिकारी को भेजा जा चुका है। जिलाधिकारी ने प्रस्ताव पर तेजी से कार्यवाही कर पंचायत भवन के निर्माण की दिशा में ठोस कदम उठाने को कहा।

महिला समूहों से संवाद, स्वावलंबन की मिसाल बना सादिकपुर
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम महिला समूहों से संवाद किया। महिलाओं ने बताया कि वे फूलों की खेती, किराना दुकान, बकरी पालन और भैंस पालन जैसे कार्य कर रही हैं। जिलाधिकारी ने उनके कार्यों की सराहना की और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित किया।

टीबी मरीज से की व्यक्तिगत बातचीत

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गांव के टीबी मरीज श्री धनपत से भी संवाद किया। उन्होंने मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी ली, जिस पर बताया गया कि 29 अप्रैल 2025 को जांच में वह स्वस्थ पाया गया है। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को यह सुनिश्चित करने को कहा कि मरीजों को समय पर सभी सुविधाएं मिले।

अधिकारियों को दिया स्पष्ट संदेश, लापरवाही बर्दाश्त नहीं
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के साथ जिला विकास अधिकारी सुखराज बंधु, डीसी मनरेगा मनोज वर्मा, जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह, ग्राम पंचायत के नोडल अर्थ एवं संख्याधिकारी अजीत प्रताप सिंह, खंड विकास अधिकारी मंझनपुर देवेंद्र ओझा, ग्राम प्रधान श्रीमती सुनीता यादव सहित कई ग्रामीण व स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे।

जिलाधिकारी का निरीक्षण न केवल योजनाओं की जमीनी हकीकत को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि प्रशासनिक स्तर पर विकास को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है।

रिपोर्ट- राकेश दिवाकर 
     9648518828

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