जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कौशांबी के तत्वावधान में न्यायालय परिसर में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कौशांबी के तत्वावधान में न्यायालय परिसर में आयोजित हुआ रक्तदान शिविर
न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर लिया भाग, मानवता की सेवा में दिया योगदान

जनपद कौशांबी के जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में बुधवार को एक प्रेरणादायक और समाजहित से जुड़ा आयोजन देखने को मिला। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित एक्शन प्लान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशांबी के तत्वावधान में एक दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जे. पी. यादव के निर्देशन में आयोजित हुआ, जिसका उद्देश्य मानव सेवा के लिए रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और ज़रूरतमंद मरीजों की जान बचाने में योगदान देना रहा।
इस विशेष शिविर में प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बृजेश कुमार यादव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दीपक जायसवाल, अधिवक्तागण, न्यायिक अधिकारीगण, न्यायालय कर्मी और अन्य आमजन शामिल हुए। साथ ही, राजकीय स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय प्रयागराज एवं बीसीटीवी प्रयागराज की रक्त संग्रहण टीम ने शिविर में सक्रिय भूमिका निभाई। टीम ने न केवल तकनीकी सहायता प्रदान की, बल्कि रक्तदान के दौरान सभी स्वास्थ्य मानकों का भी पालन सुनिश्चित किया।

कार्यक्रम की शुरुआत सुबह न्यायालय परिसर में हुई, जहां पहले सभी प्रतिभागियों को रक्तदान के महत्व और लाभों के बारे में जानकारी दी गई। वक्ताओं ने बताया कि एक यूनिट रक्त तीन लोगों की जान बचा सकता है। रक्त के घटक जैसे रेड ब्लड सेल्स, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा जैसी अनेक गंभीर बीमारियों के इलाज में काम आते हैं। विशेष रूप से गर्भवती महिलाएं, सड़क दुर्घटना से घायल मरीज, थैलेसीमिया पीड़ित, कैंसर रोगी और अन्य गंभीर परिस्थितियों में भर्ती मरीजों को समय पर रक्त मिल पाना जीवन और मृत्यु का अंतर बन सकता है।
शिविर के दौरान अनेक अधिवक्ताओं, कर्मचारियों और आगंतुकों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। रक्तदान के बाद सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे उनमें सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना और प्रबल हुई। इस दौरान सुरक्षा और स्वच्छता के सभी उपायों का पालन किया गया। रक्त संग्रहण टीम ने यह सुनिश्चित किया कि हर रक्तदाता की पूरी चिकित्सकीय जांच के बाद ही रक्त लिया जाए।

जनपद न्यायाधीश जे. पी. यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि "रक्तदान एक ऐसा कार्य है जिससे एक नहीं, कई ज़िंदगियों को बचाया जा सकता है। यह न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि समाज में करुणा और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।"

उन्होंने आगे कहा कि न्यायालय केवल न्याय का मंदिर नहीं है, बल्कि यह सामाजिक उत्थान और जनकल्याण के प्रयासों में भी अग्रणी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने सभी सहभागियों को धन्यवाद दिया और भविष्य में ऐसे आयोजन नियमित रूप से करते रहने की बात कही।
शिविर में लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लेकर यह संदेश दिया कि जब-जब समाज को ज़रूरत हो, हर वर्ग चाहे वह न्यायिक हो या सामान्य एकजुट होकर आगे आ सकता है। यह आयोजन न केवल रक्त की आपूर्ति के लिए मददगार साबित हुआ, बल्कि लोगों के बीच स्वास्थ्य, सेवा और संवेदना की भावना को भी सशक्त कर गया।

जिला न्यायालय परिसर में आयोजित यह रक्तदान शिविर एक सफल सामाजिक पहल रहा, जिसने यह सिद्ध कर दिया कि मानवता की सेवा में कानून के प्रहरी भी किसी से पीछे नहीं। यह आयोजन आने वाले समय में और अधिक लोगों को प्रेरित करेगा कि वे भी समाज हित में रक्तदान जैसे पुण्य कार्यों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

ब्यूरो राकेश दिवाकर (विश्व सहारा हिंदी दैनिक) व
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