जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी गौशालाओं का औचक निरीक्षण, कमियों पर जिम्मेदारों को नोटिस, व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के सख्त निर्देश

जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी गौशालाओं का औचक निरीक्षण, कमियों पर जिम्मेदारों को नोटिस, व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के सख्त निर्देश
प्रयागराज। जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर जनपद की सभी गौशालाओं का शनिवार को सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान कई गौआश्रय स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं में कमी पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए संबंधित ग्राम सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि गौशालाओं की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जिलाधिकारी ने पहले ही सभी खंड विकास अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर उनके विकास खंडों में स्थित गौआश्रय स्थलों का निरीक्षण करने का आदेश दिया था। निरीक्षण में साफ-सफाई की स्थिति, पंजीकृत एवं वास्तविक गौवंशों की संख्या, स्वास्थ्य जांच, पेयजल, हरे चारे की उपलब्धता, चारा-चूनी, कर्मचारियों की तैनाती, कम्पोस्ट निर्माण, सीसीटीवी कैमरे, बाउंड्रीवाल एवं नजदीकी चारागाहों की स्थिति की बारीकी से समीक्षा की गई।

निरीक्षण में सामने आई कमियां
जनपद प्रयागराज में कुल 132 गौशालाएं हैं, जिनमें 123 ग्रामीण क्षेत्रों और 9 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। सभी ग्रामीण गौशालाओं का निरीक्षण किया गया।

यमुनापार क्षेत्र के 63 गौशालाओं में से 19 में हरे चारे की उपलब्धता नहीं मिली।

विकास खंड मेजा, माण्डा एवं कोरॉव में साइलेंज का प्रयोग किया जा रहा है, जबकि शंकरगढ़ और जसरा में इसकी व्यवस्था नहीं है।
गंगापार क्षेत्र की 60 गौशालाओं में से 12 में हरे चारे की कमी मिली।

वर्मीकम्पोस्ट केवल गाढ़ाकटरा, चैमलपुर और कॉटी गौशालाओं में ही तैयार हो रहा है।

कई गौशालाओं में अस्वस्थ गौवंश पाए गए, जिनकी चिकित्सा चल रही है।

भटोती (मेजा) और मेंडारा (श्रृंगवेरपुर) को छोड़कर किसी भी गौशाला में सीसीटीवी व्यवस्था नहीं मिली।


हालांकि, सभी गौशालाओं में एफएमडी टीकाकरण का कार्य पूरा हो चुका है और गोपालक एवं रात्रिकालीन चौकीदार की तैनाती भी की गई है।

जिलाधिकारी के निर्देश

निरीक्षण रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने तत्काल एक्शन लेते हुए जहां-जहां कमियां पाई गईं वहां के ग्राम सचिवों को नोटिस जारी किया। उन्होंने निर्देश दिया कि
सभी गौशालाओं में जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

अस्वस्थ गौवंशों का उपचार और सभी का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाए।

साफ-सफाई, जल निकासी और चारे की समस्या को प्राथमिकता पर दूर किया जाए।

यदि आगामी निरीक्षण में लापरवाही पाई गई तो संबंधित ग्राम सचिव पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।


उन्होंने यह भी कहा कि निराश्रित एवं छुट्टा घूम रहे गौवंशों को हर हाल में गौसरंक्षण केन्द्रों में सुरक्षित किया जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि गौवंशों की देखभाल और गौशालाओं की व्यवस्था जनपद प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही सहन नहीं की जाएगी।

चीफ एडिटर-राकेश दिवाकर (bharat tv gramin) 9454139866,9648518828 

Post a Comment

और नया पुराने