40वीं इंदिरा मैराथन से पहले हुई जिलाधिकारी के निर्देश पर समीक्षा बैठक संपन्न
प्रयागराज 01 नवम्बर। अखिल भारतीय प्राइज मनी इंदिरा मैराथन के 40वें संस्करण की तैयारी अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। शनिवार को कलेक्ट्रेट स्थित संगम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह ने सभी विभागों को निर्देश देते हुए साफ कहा कि मैराथन रूट पर किसी भी खिलाड़ी को असुविधा नहीं होनी चाहिए। बैठक की अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी (नगर) सत्यम मिश्र ने की और यह बैठक जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर बुलाई गई थी।
नगर मजिस्ट्रेट ने पीडब्ल्यूडी को रेस मार्गों की मरम्मत, नगर निगम को साफ-सफाई, स्वास्थ्य विभाग को एम्बुलेंस, चिकित्सा टीम व दवा किट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही ट्रैफिक पुलिस को यातायात योजना मजबूत करने और जिला विद्यालय निरीक्षक को अधिक से अधिक खिलाड़ियों को शामिल कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मैराथन मार्ग पर सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे और जिम्मेदारी निभाने में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी ने बताया कि मैराथन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन 4 नवंबर से स्वीकार किए जाएंगे। 18 वर्ष से ऊपर के पुरुष व महिला खिलाड़ी इसमें भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले धावक को 2 लाख, द्वितीय स्थान पर 1 लाख और तृतीय स्थान पर 75 हजार रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी। इसके अलावा 11 प्रतिभागियों को 10-10 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि आयोजन से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएंगी।
बैठक में सुरक्षा, स्वास्थ्य, जलापूर्ति, धावकों के लिए पेयजल स्टॉल, संकेतक बोर्ड, बैरिकेडिंग, ट्रैफिक प्लान, नियंत्रण कक्ष और फाइनल रूट मैप जैसी व्यवस्थाओं पर विस्तार से समीक्षा की गई। अधिकारियों ने दावा किया कि इस बार मैराथन को पहले से अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराया जाएगा।
बैठक में एसीपी राजकुमार मीना, एसीपी झूंसी विमल कुमार मिश्रा, डॉ. संजय बरनवाल (मेडिकल), एआरटीओ रमीत चतुर्वेदी, चीफ वार्डेन अनिल कुमार, सहायक कमांडेंट शैलेश सिंह, यूनाइटेड ग्रुप के डॉ. वी.एन. सिंह, युवा कल्याण विभाग के राहुल मौर्या, जिला उद्यान अधीक्षक जगदीश प्रसाद, सह जिला विद्यालय निरीक्षक अजय गिरि समेत स्टेडियम प्रशिक्षक, खेल अधिकारी और समाजसेवी मौजूद रहे।
इंदिरा मैराथन प्रयागराज की खेल पहचान मानी जाती है और इस बार इसके 40 वर्ष पूरे होने पर प्रशासन ने इसे और भव्य रूप देने की तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि आयोजन को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और प्रतिभागियों को विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
ब्यूरो रिपोर्ट-अभिषेक चौधरी/राज
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