राजापुर एसटीपी प्रोजेक्ट की धीमी प्रगति पर डीएम सख्त, तय समयसीमा में पूरा करने के निर्देश
प्रयागराज। शहर की सीवरेज व्यवस्था को मजबूत करने के लिए राजापुर में बन रहे 90 एमएलडी क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार पर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सख्ती दिखाई है। शुक्रवार को उन्होंने निर्माण स्थल का स्थलीय निरीक्षण करते हुए कार्य की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सुरेन्द्र परमार ने बताया कि एसटीपी निर्माण कार्य का लगभग 41 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है, लेकिन परियोजना की गति लक्ष्य से करीब तीन माह पीछे चल रही है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और कहा कि निर्माण कार्य में लगने वाली श्रमिकों की संख्या और कार्य शिफ्ट बढ़ाई जाएं, ताकि समय की भरपाई की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य की गुणवत्ता पर किसी भी स्तर पर समझौता नहीं होना चाहिए।
परियोजना की जानकारी देते हुए बताया गया कि राजापुर में बन रहा यह 90 एमएलडी एसटीपी, प्रयागराज के सीवरेज डिस्ट्रिक्ट-डी के अंतर्गत संचालित एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय परियोजना है। इसमें एसटीपी के निर्माण के साथ-साथ आई एंड डी (इनलेट एंड डिस्चार्ज), इंटरसेप्टर लाइन का काम और 15 वर्षों तक रख-रखाव (मेंटेनेंस) की जिम्मेदारी भी शामिल है।
परियोजना की कुल लागत 309.73 करोड़ रुपये है, जिसमें से 168.03 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर और 141.70 करोड़ रुपये रख-रखाव पर खर्च किए जाने हैं। इस परियोजना को त्रिवेणी इंजीनियरिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा पूरा किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह परियोजना शहर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए अत्यंत अहम है। इसके पूरा हो जाने से राजापुर और आसपास के इलाकों में गंदे पानी के शोधन और सीवरेज प्रबंधन की समस्या से राहत मिलेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कार्य में लापरवाही बरती गई या देरी हुई, तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य की निरंतर निगरानी और प्रगति रिपोर्ट हर सप्ताह प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा, ताकि परियोजना तय समयसीमा के भीतर पूरी होकर शहरवासियों को इसका लाभ मिल सके।
प्रयागराज ब्यूरो- अभिषेक चौधरी की रिपोर्ट
9125474287,9648518828
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