माघ मेला 2026 को सुरक्षित-सुगम बनाने पर मंथन, संतों व संगठनों ने दिए अहम सुझाव
प्रयागराज। माघ मेला 2026 को सुगम, सुरक्षित और श्रद्धालु-अनुकूल बनाने के उद्देश्य से मेला सलाहकार समिति की महत्वपूर्ण बैठक मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आईसीसीसी सभागार में संपन्न हुई। बैठक में पूज्य संत-महात्माओं, विभिन्न अखाड़ों, धार्मिक संस्थाओं, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता करते हुए अपने-अपने सुझाव प्रशासन के समक्ष रखे। बैठक का उद्देश्य माघ मेला के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचाव सुनिश्चित करना रहा।
बैठक की शुरुआत अपर मेला अधिकारी माघ मेला दयानंद प्रसाद एवं पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पांडेय द्वारा की गई। दोनों अधिकारियों ने प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा माघ मेला को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी। इसमें यातायात, सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गई।
इसके बाद सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने क्रमवार अपने सुझाव रखे। तीर्थ पुरोहितों का प्रतिनिधित्व कर रहे रामबाबू ने कहा कि श्रद्धालुओं को कम से कम पैदल चलना पड़े, इसके लिए सेक्टरों के बीच आवागमन को और सुगम बनाया जाए। साथ ही उन्होंने सभी सेक्टरों में मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने तथा मेला क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क की निर्बाध व्यवस्था बनाए रखने की मांग की।
नाविक संघ के प्रतिनिधि पप्पू लाल ने बताया कि कुंभ एवं माघ मेले में आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय नाविकों ने पहले से ही बड़ी संख्या में नावों की व्यवस्था कर रखी है। उन्होंने बाहर से आने वाली नावों के पंजीकरण पर रोक लगाने और मोटर बोट संचालन को प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका कम हो सके।
सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन अन्नू गुप्ता ने पुलिस बूथों पर तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों को पहले समुचित प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया, ताकि वे श्रद्धालुओं की प्रभावी ढंग से सहायता कर सकें। आचार्य बाड़ा के प्रतिनिधि ने अपनी समस्याएं रखते हुए बताया कि जहां उनकी बसावट की जा रही है, वहां अब तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। उन्होंने शौचालयों की संख्या बढ़ाने की भी मांग की। इस पर कौशलेन्द्र प्रपचार्य जी महाराज ने आचार्य बाड़ा समेत अन्य संस्थाओं को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।
खाक चौक के प्रतिनिधि ने भूमि आवंटन के समय नए मानक तय करने का सुझाव दिया, जिसमें प्लॉट के आकार के अनुसार शौचालय और अन्य सुविधाओं का निर्धारण हो। उन्होंने कहा कि समय के साथ साधु-संतों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में संस्थाओं को अधिक भूमि और सुविधाओं की जरूरत है। लेटे हनुमान जी मंदिर के महंत बलबीर गिरि जी महाराज ने मेला क्षेत्र में बेहतर और स्पष्ट साइनेज व्यवस्था सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।
सांसद उज्ज्वल रमन सिंह के प्रतिनिधि ने सभी पीपा पुलों को श्रद्धालुओं के लिए खुले रखने और सुचारू ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग रखी। वहीं शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी ने फाफामऊ से शहर को जोड़ने वाले दो अतिरिक्त पॉन्टून पुलों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने, घाटों के पास श्रद्धालुओं को रात्रि विश्राम से रोकने तथा नागवासुकी के सामने बनी कोस्टल रोड पर स्थायी विद्युत व्यवस्था की आवश्यकता जताई।
महापौर उमेश चंद्र केसरवानी ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और अत्यधिक भीड़ की स्थिति में शहर के कुछ स्कूलों को होल्डिंग एरिया के रूप में चिह्नित करने का सुझाव दिया।
अंत में अपर मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राप्त सुझावों पर गंभीरता से विचार कर माघ मेला 2026 को सकुशल, सुरक्षित और भव्य रूप से सम्पन्न कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने सभी से प्रशासन को सहयोग देने की अपील की।
चीफ एडिटर- राकेश दिवाकर/अभिषेक चौधरी
9648518828,9454139866
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