किसी भी समाज की तरक्की की रीढ़ होता है प्रबुद्ध वर्ग- ईश्वरी प्रसाद चौधरी

किसी भी समाज की तरक्की की रीढ़ होता है प्रबुद्ध वर्ग- ईश्वरी प्रसाद चौधरी
आज जिस तरह से दुनिया बदल रही है लोग धरती से आसमान तक पहुंच रहे हैं। इस बदलाव में शिक्षा, जागरूकता, सामाजिक चेतना, व्यवसाय के साथ-साथ वर्तमान में डिजिटल मीडिया इत्यादि चीजें किसी भी समाज या समुदाय की प्रगति में अहम भूमिका निभा रही हैं। जिसकी चिंता प्रत्येक वर्ग और समुदाय के लोगों को है और यहां तक है कि देश में जाति जनगणना के हिसाब से भागीदारी का सवाल भी उठ रहा है। तो हमें क्यों न हो? इसलिए वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन फ़ॉर रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑफ धोबिस का भी यही प्रयास रहता है। सीमित संसाधनों के बावजूद समाज के बीच पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है जो कि यह समूह लगभग एक दशक से करते आ रहा है और आगे भी करता रहेगा जिससे शोषण एवं अपमान के पारंपरिक तरीके का मुंहतोड़ जवाब देकर अपने समाज के विकास की नई इबारत लिखी जा सके। इन्हीं तमाम मुद्दों को मद्देनजर रखते समूह की एक बैठक अगियौना निवासी लोकप्रिय प्रबुद्ध चिंतक ईश्वरी प्रसाद जी के घर पर हुई जिसमें समाज के कई विद्वान साथियों ने हरसंभव सहयोग करने और साथ चलने की बात कही जो निश्चित ही सार्थक प्रयास है। ईश्वरी प्रसाद चौधरी जी ने कहा कि प्रबुद्ध वर्ग किसी भी समाज की तरक्की की रीढ़ होता है बशर्ते वह इसे अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझे। इसके लिए युवाओं को भी आगे आना होगा और बदलते समय के हिसाब पढ़ाई-लिखाई भी करना होगा। ऐसे समय में जब नौकरियां सीमित की जा रहीं हैं तब किसी भी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने से पहले उसको करने के बाद की संभावनाओं की जांच पड़ताल अवश्य कर लें।बिजनेस और रोजगार से जुड़े पाठ्यक्रमों को अपनी प्राथमिकता में रखें तभी समाज की विकास संभव है।
उपस्थित प्रबुद्ध साथियों ने भी अपने अपने विचार रखे।
महंती देवी, आरती भास्कर चौधरी, रीत चौधरी, ईश्वरी प्रसाद चौधरी, डॉ. नरेन्द्र दिवाकर, डॉ. विजय कनौजिया, डॉ. सदीप दिवाकर, सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण दिवाकर, आचार्य विनोद भास्कर, रोहित दिवाकर, पंकज दिवाकर, एडवोकेट सुरेन्द्र चौधरी एवं कुंवर नवनीत चौधरी आदि लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्ट-राकेश दिवाकर 
         9648518828

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