ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान ने मिलकर डकार गए लाखों रुपए आधी अधूरी बनी इंटरलॉकिंग सड़क

ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान ने मिलकर डकार गए लाखों रुपए आधी अधूरी बनी इंटर लॉकिंग सड़क ग्रामीणों का आरोप
इंटरलॉकिंग कराने के नाम पर सचिव व ग्राम प्रधान ने मिलकर निकाले लाखों रुपए फिर भी नहीं बनी सड़क रास्ता जलमग्न 
जनपद कौशांबी - नेवादा ब्लाक के ग्राम पंचायत तिलगोड़ी का मजरा आलमपुर में बदहाल व्यवस्था गांव में सड़क की इंटरलॉकिंग बनाने के नाम पर कई लाख रुपये निकाल लिए गए उसके बावजूद नहीं बनी गांव की सड़क, कई वर्षों पहले बनी सड़क जलमग्न और कीचड़ युक्त है। इससे ग्रामीणों को कीचड़ व गंदगी भरे पानी से निकलना पड़ रहा है। 

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कई बार ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान से शिकायत की गई लेकिन उनके कानों में जूं तक नहीं रेंगी।
 ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी समस्या कब खत्म नहीं हो रही और कीचड़ भरे रास्ते से आने-जाने को मजबूर हैं। अधिकांश गांव में बनी सड़क बदहाल दिखे जिम्मेदारों से जब सवाल पूछा गया तो सवालों से जिम्मेदार बचते नजर आए। वित्तीय वर्ष 2022-23 में हरिओम के घर से विजय पाल के घर तक सड़क की इंटरलॉकिंग कराने के नाम पर 233353 के धन निकाल लिया गया पर इंटरलॉकिंग अभी तक नहीं लगी मजदूरी की राशि सरकारी धन से अवमुक्त की गई। जबकि मार्ग पर अभी तक काम भी शुरू नहीं हुआ। रास्ते की स्थिति ऐसी है कि आने जाने वाला रास्ता जलमग्न है। तालाब का दूषित पानी घुटनों तक भरा है। कीचड़ भी फैला हुआ है। जिससे पैदल आने जाने वाले लोगों को कठिनाई होती है। पशुपालक और किसानों को खेतों से चारा लाने और गोबर ले जाते हैं तो वह रास्ते पर फिसल कर कई बार गिर भी जाते हैं। वहीं बाइक सवार भी कीचड़ में फिसलकर आए दिन गिरते हैं। यह सड़क हरि ओम के घर से विजयपाल के घर तक बिना बनाएं की लाखों रुपए का भुगतान कर लिया गया है ।
वहीं शिव मंदिर से संजू पासी के घर तक सड़क की इंटरलॉकिंग कराने के नाम से 331244 रुपये धन का भुगतान किया गया। लेकिन सड़क आधा अधूरा ही बना कर छोड़ा है। 
ग्रामीणों के मुताबिक इसी प्रकार कंचन के घर से विजय के घर तक सड़क की इंटरलॉकिंग कराने के लिए 134394 रुपये का भुगतान करा लिया गया है। और यह भी सड़क का कार्य पूरा नहीं हुआ। आधा अधूरा काम करवा के धन का बंदर बांट कर लिया गया है।

 जब इन सभी के सवाल पंचायत सचिव से पूछा गया तो वह सवालों के जवाब से बचते नजर आए। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान ने मिलकर धन का बंदर बांट कर लिए हैं। जिससे कई सड़कें आधी अधूरी बनाकर छोड़ दी गई है। वही जब इस बारे में 
बीडियो नेवादा से पूछा गया तो उन्होंने कहा जानकारी नहीं है जानकारी करके बताते हैं। वही उन्होंने कहा यदि ऐसा है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी।

यदि जांच हुई तो जिम्मेदारों पर कार्यवाही होना तय है लाखों का घोटाला सामने खुलकर आएगा।

रिपोर्ट- राकेश दिवाकर पत्रकार 
              9648528828

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