विद्यालयों की हकीकत पर जिलाधिकारी की पैनी नजर, सौरई खुर्द स्कूल का औचक निरीक्षण, शिक्षा व्यवस्था सुधारने के दिए निर्देश
कौशांबी- जिलाधिकारी ने विकास खण्ड सिराथू अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय सौरई खुर्द का औचक निरीक्षण कर विद्यालय की शैक्षिक और भौतिक व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आईं, जिन पर जिलाधिकारी ने मौके पर ही आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के समय विद्यालय में कार्यरत एकमात्र शिक्षिका ममता सिंह, जो कि इंचार्ज प्रधानाध्यापिका भी हैं, उपस्थित मिलीं। विद्यालय में कुल 112 नामांकित बच्चों के सापेक्ष केवल 78 छात्र उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कम उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्र उपस्थिति बढ़ाने, नवीन नामांकन को प्रोत्साहित करने, और अभिभावकों को पीटीएम के माध्यम से जागरूक करने के निर्देश दिए। मिड डे मील योजना के अंतर्गत तैयार भोजन का भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया और उसकी गुणवत्ता को संतोषजनक पाया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कक्षा 6 और 7 के बच्चों से गणित के प्रश्न हल कराकर उनकी शैक्षणिक स्थिति को भी परखा, जिसमें छात्रों ने संतोषजनक उत्तर दिए। विद्यालय में बाउंड्री वॉल न होने के मुद्दे पर जब प्रधानाध्यापिका से जानकारी ली गई, तो उन्होंने भूमि विवाद का हवाला दिया। इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल खंड विकास अधिकारी (बीडीओ), सिराथू को फोन कर मौके पर बुलाया और निर्देशित किया कि भूमि विवाद का शीघ्र निस्तारण कर विद्यालय में बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया जाए।निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी ने विद्यालय परिसर की साफ-सफाई व्यवस्था सुधारने, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और मीनू के अनुसार पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। औचक निरीक्षण व्यवस्था की जमीनी हकीकत उजागर करता है।प्राथमिकता में सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता और जवाबदेही सुनिश्चित करना सर्वोपरि है।
रिपोर्ट- विपिन दिवाकर
9648518828
एक टिप्पणी भेजें