साइबर थाना कौशांबी ने ठगी के शिकार हुए 17 पीड़ितों को 6 लाख 62 हजार रुपये से अधिक साइबर ठगों से कराए वापस , पुलिस की सतर्कता, समर्पण और तकनीकी दक्षता ने रची मिसाल, आम जनता में बढ़ा भरोसा
कौशांबी- जनपद कौशांबी की साइबर थाना पुलिस टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ईमानदारी, तत्परता और तकनीकी दक्षता के बल पर जनता को न्याय दिलाना संभव है। हाल ही में टीम ने साइबर ठगी के 17 मामलों में पीड़ितों की कुल 6 लाख 62 हजार 610 रुपये की राशि वापस कराकर एक बड़ी सफलता अर्जित की है।
इन मामलों में पीड़ितों ने 1930 हेल्पलाइन और www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायतें दर्ज कराई थीं, जिनमें बताया गया कि अज्ञात साइबर अपराधियों ने उन्हें विभिन्न तरीकों से धोखा देकर बैंक खातों से रकम उड़ा ली थी।
शिकायत मिलते ही साइबर थाना कौशांबी की टीम ने एक सेकंड भी गंवाए बिना NCCRP पोर्टल के माध्यम से ठगी की गई रकम को संबंधित बैंक खातों में होल्ड कराया। तत्पश्चात पुलिस टीम ने न्यायालय व बैंक अधिकारियों से समन्वय कर कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए वह रकम पीड़ितों को लौटवाई।
प्रशंसनीय कार्यप्रणाली और पुलिस की सराहनीय तत्परता
इस पूरी प्रक्रिया में साइबर थाना पुलिस की गहन तकनीकी समझ, प्रभावी टीमवर्क और कानूनी जानकारी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस ने ठगी के हर ट्रांजैक्शन का डाटा इकट्ठा किया, आरोपितों के खातों को ट्रेस किया और समय रहते होल्ड कराई गई धनराशि की कानूनी वापसी सुनिश्चित की।
पुलिस के अनुसार, यह रकम साइबर अपराधियों के खातों में पूरी तरह ट्रांसफर होने से पहले ही होल्ड हो गई थी, जिससे उसे सुरक्षित रखा जा सका। इस कार्यवाही में धारा 503 बीएनएसएस के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही की गई।
साइबर थाना कौशांबी की टीम बनी मिसाल
इस सफल ऑपरेशन का श्रेय साइबर थाना कौशांबी की समर्पित पुलिस टीम को जाता है, जिनकी मेहनत, सतर्कता और संवेदनशीलता के चलते 17 पीड़ितों को राहत मिल सकी। पुलिस टीम ने यह दिखा दिया कि यदि सही समय पर सटीक कदम उठाए जाएं, तो साइबर अपराधियों को शिकस्त दी जा सकती है।
जनहित में पुलिस की अपील
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि वे किसी भी प्रकार की साइबर ठगी के शिकार हों, तो तत्काल 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। साथ ही, अपने निकटतम साइबर थाना में जाकर जानकारी अवश्य दें।
साइबर अपराध से बचाव के लिए पुलिस के सुझाव
अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
किसी को OTP, पिन या बैंक डिटेल साझा न करें।
ऑनलाइन लेन-देन करते समय सावधानी बरतें।
सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी सीमित रखें।
लेन-देन का SMS अलर्ट चालू रखें और संदिग्ध गतिविधि पर बैंक को तुरंत सूचित करें।
जनता ने इस सफल कार्यवाही पर साइबर थाना पुलिस का आभार जताते हुए उन्हें बधाई दी है। सोशल मीडिया और स्थानीय मंचों पर कौशांबी पुलिस की तारीफ हो रही है। आम नागरिकों में पुलिस और न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास पहले से कहीं अधिक मजबूत हुआ है।
कौशांबी साइबर थाना की यह सफलता सिर्फ धन वापसी नहीं, बल्कि जनता के विश्वास की पुनर्स्थापना है। यह उन हजारों लोगों के लिए एक प्रेरणास्रोत है जो कभी न कभी साइबर अपराध का शिकार बने हैं। सही समय पर कार्रवाई और सजगता से न केवल ठगी रोकी जा सकती है, बल्कि ठगी की गई रकम भी वापस पाई जा सकती है।
कौशांबी साइबर थाना पुलिस को इस सराहनीय कार्य के लिए लोगों ने बधाई देते हुए प्रशंसा की है।
ब्यूरो - राकेश दिवाकर (विश्व सहारा हिंदी दैनिक)
9648518828
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