मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3.5 हजार करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण, शिक्षकों को किया सम्मानित
कौशाम्बी- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सोमवार को लोक भवन, लखनऊ में बेसिक शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण योजनाओं व कार्यक्रमों का लोकार्पण, शिलान्यास व शुभारम्भ किया गया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का सजीव प्रसारण जनपद कौशाम्बी के कलेक्ट्रेट स्थित उदयन सभागार में किया गया, जहां जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, शिक्षकगणों और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य डॉ. बाबूलाल तिवारी द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कल्पना सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य, जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी, मुख्य विकास अधिकारी, बीएसए कमलेन्द्र कुमार कुशवाहा, डायट प्राचार्य निधि शुक्ला सहित कई अन्य अधिकारी, एवं जनप्रतिनिधि व शिक्षाविद उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री द्वारा "निपुण प्लस स्पॉट असेसमेंट योजना" का शुभारंभ किया गया, जिसके माध्यम से कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों का त्वरित मूल्यांकन किया जा सकेगा। यह योजना छात्रों की शैक्षणिक दक्षता को पहचानने और आवश्यक मार्गदर्शन देने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
इस अवसर पर प्रदेश भर में लगभग 3.5 हजार करोड़ रुपये की शिक्षा से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास और शुभारम्भ किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत सभी मापदंडों को पूरा करने वाले निपुण विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समर कैंप में विशेष योगदान देने वाले शिक्षकों, स्मार्ट क्लास का सफल संचालन करने वाले शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और अध्यापकों को भी प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नियुक्ति के लिए चयनित 5 शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सत्र 2025-26 के लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से ₹1200 की धनराशि उनके खातों में हस्तांतरित की गई है, जिससे वे बच्चों के लिए यूनिफॉर्म, जूते-मोजे, बैग और स्वेटर की खरीद कर सकेंगे। जनपद कौशाम्बी में लगभग 1 लाख 18 हजार विद्यार्थियों के अभिभावकों को यह धनराशि प्राप्त हुई है।
इस कार्यक्रम मुख्य अतिथि रहे डॉ. बाबूलाल तिवारी ने कहा कि 2017 के पूर्व और वर्तमान की स्थिति की तुलना की जाए, तो बेसिक शिक्षा विभाग में व्यापक सुधार हुआ है। सरकार ने विद्यालयों में बेहतर भवन, फर्नीचर व मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराईं हैं, जिससे छात्र संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे गुरू के अपने दायित्व को समझें और निष्ठा व ईमानदारी से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अग्रसर रहें। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे और मुख्यमंत्री द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम शिक्षकों, अधिकारियों और छात्रों के लिए प्रेरणादायक एवं उत्साहवर्धक रहा।
ब्यूरो- राकेश दिवाकर/विपिन दिवाकर (विश्व सहारा हिंदी दैनिक) 9648518828
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