अकांक्षी ब्लॉकों में शिक्षा, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण को मिले गति – नोडल अधिकारी

अकांक्षी ब्लॉकों में शिक्षा, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण को मिले गति – नोडल अधिकारी
कौशांबी – शासन द्वारा आकांक्षी जनपदों के समग्र विकास को लेकर चलाए जा रहे प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित उदयन सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता शासन स्तर से नामित नोडल अधिकारी अनिल कुमार यादव ने की। बैठक में जिले के अकांक्षी ब्लॉकों की प्रगति, प्राथमिकताओं और चुनौतियों की गहन समीक्षा की गई।
बैठक में जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने ब्लॉकों में संचालित विकास योजनाओं, उनकी स्थिति और प्रभाव को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। इसके तहत शिक्षा, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आधारभूत सुविधाओं और तकनीकी संसाधनों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया।

शिक्षा को मिले प्राथमिकता, स्कूलों में हों बेहतर सुविधाएं
नोडल अधिकारी अनिल कुमार यादव ने बैठक के दौरान विशेष रूप से शिक्षा क्षेत्र की चिंताजनक स्थिति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यालय, जहां छात्रों की संख्या अधिक है, वहां पर्याप्त शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही, छात्र-शिक्षक अनुपात को संतुलित करने के लिए शिक्षकों के स्थानांतरण में इस बात को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को कायाकल्पित करने के निर्देश दिए, जिसमें पेयजल, शौचालय, बिजली, फर्नीचर और शिक्षण सामग्री की व्यवस्था को दुरुस्त करना शामिल है।

पंचायत भवनों में इंटरनेट सुविधा हो सुदृढ़

नोडल अधिकारी ने पंचायत भवनों में इंटरनेट की नियमित उपलब्धता को भी अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में डिजिटल माध्यम की बड़ी भूमिका है, और इसके लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी का सुदृढ़ होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी ब्लॉकों में पंचायत भवनों को इंटरनेट से जोड़ने और उसकी नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।

महिलाओं को बनाए आत्मनिर्भर, स्वयं सहायता समूहों को मिले तकनीकी प्रशिक्षण

बैठक में जानकारी दी गई कि जिले के कौशांबी ब्लॉक में 11,500 और मंझनपुर ब्लॉक में 10,596 स्वयं सहायता समूह सक्रिय हैं। ये समूह बीसी सखी, बैंक सखी, विद्युत सखी के रूप में विभिन्न कार्यों में संलग्न हैं।

नोडल अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन समूहों की महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए। इससे न केवल उनकी आय में बढ़ोतरी होगी बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में भी मदद मिलेगी।

स्वच्छता, सामुदायिक शौचालय और आरआरसी सेंटरों की भी समीक्षा

स्वच्छता को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। सामुदायिक शौचालयों की सफाई, रखरखाव और संचालन व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। इसके अलावा Resource Recovery Centre (RRC) की कार्यप्रणाली की भी समीक्षा की गई।

नोडल अधिकारी ने कहा कि इन केंद्रों की सतत निगरानी और पारदर्शी संचालन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को चेताया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता और समयबद्धता से कोई समझौता न किया जाए।

प्रशासनिक समन्वय और पारदर्शिता पर भी दिया गया जोर

बैठक के दौरान यह सुनिश्चित करने पर भी बल दिया गया कि सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें और जनता को योजनाओं का सीधा लाभ मिले। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

ब्यूरो- राकेश दिवाकर/विपिन दिवाकर (विश्व सहारा हिंदी दैनिक) 9648518828

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