कृषि विभाग की योजनाओं का स्थलीय मूल्यांकन — कड़ा व सिराथू में राजकीय कृषि बीज भण्डार, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला एवं फसल प्रदर्शन का निरीक्षण

कृषि विभाग की योजनाओं का स्थलीय मूल्यांकन — कड़ा व सिराथू में राजकीय कृषि बीज भण्डार, मृदा परीक्षण प्रयोगशाला एवं फसल प्रदर्शन का निरीक्षण
जनपद कौशाम्बी में कृषि क्षेत्र की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, किसानों तक उनकी सीधी पहुंच तथा लाभ सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा विकास खण्ड कड़ा और सिराथू में संचालित विभागीय कार्यों और योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने बीज भण्डार केन्द्रों, मक्का फसल प्रदर्शन क्षेत्र और मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की स्थिति का गहनता से जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के प्रथम चरण में उप कृषि निदेशक राजकीय कृषि बीज भण्डार कड़ा पहुंचे, जहां प्रभारी रमेश चंद्र उपस्थित मिले। इसके बाद वे सिराथू के बीज भण्डार का भी निरीक्षण करने पहुँचे, जहाँ प्रभारी अनन्तराम यादव मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान देखा गया कि दोनों बीज भण्डार केंद्रों पर विभिन्न किस्मों के धान बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उप कृषि निदेशक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बीज वितरण की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होनी चाहिए तथा किसानों को बीज पॉश मशीन (PoS मशीन) के माध्यम से वितरित किए जाएं। इसके अलावा कृषकों द्वारा देय अंश को समय से संबंधित कोष में जमा कराने की भी बात कही गई, जिससे किसी भी प्रकार की वित्तीय गड़बड़ी की संभावना समाप्त हो सके।
इसके पश्चात उप कृषि निदेशक ग्राम मीठेपुर सयारा (विकासखण्ड कड़ा) पहुँचे, जहां कृषक राम सिंह के खेत पर 0.4 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का फसल का प्रदर्शन किया गया था। निरीक्षण के समय कृषक राम सिंह और विभागीय तकनीकी सहायक उपस्थित रहे। मौके पर मक्का की फसल अच्छी स्थिति में पाई गई, जिसे देखकर उप कृषि निदेशक ने संतोष जताया। कृषक राम सिंह ने भी बताया कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए बीज उच्च गुणवत्ता के हैं और इससे उन्हें बेहतर उत्पादन की उम्मीद है।
उप कृषि निदेशक ने तकनीकी सहायक को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से किसानों के बीच विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते रहें ताकि अधिक से अधिक कृषक सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सकें और उनकी कृषि आय में बढ़ोत्तरी हो।

निरीक्षण के तीसरे चरण में उप कृषि निदेशक ने विकासखण्ड कड़ा स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी रमेश चंद्र ने जानकारी दी कि विभाग को कुल 4000 मृदा नमूने संकलन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें से अब तक 3267 नमूने एकत्र किए जा चुके हैं। इनमें से 540 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है, जबकि शेष नमूनों का परीक्षण कार्य प्रगति पर है। उप कृषि निदेशक ने शेष परीक्षण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।

उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि मृदा परीक्षण के उपरांत किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए जाएं और इन कार्डों में उल्लिखित मानकों के अनुसार ही उर्वरक और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स के उपयोग की जानकारी किसानों को सुलभ कराई जाए। इससे खेती की गुणवत्ता में सुधार होगा और वैज्ञानिक आधार पर खेती करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा।

इस निरीक्षण के माध्यम से कृषि विभाग का यह प्रयास स्पष्ट रूप से झलकता है कि वह योजनाओं को धरातल पर उतारने और कृषकों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए सतत रूप से सक्रिय है। उप कृषि निदेशक द्वारा किए गए निर्देशों से यह भी संकेत मिलता है कि आने वाले समय में विभागीय कार्यों की निगरानी और अधिक सघन की जाएगी तथा पारदर्शिता, समयबद्धता एवं गुणवत्ता पर विशेष बल दिया जाएगा।

कुल मिलाकर यह निरीक्षण किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम रहा, जिससे न केवल योजनाओं की प्रगति का मूल्यांकन हुआ, बल्कि कई क्षेत्रों में सुधार के लिए आवश्यक दिशा भी तय हुई।

रिपोर्ट- राकेश दिवाकर 
     9648518828



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