जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए सख्त निर्देश,बीसीपीएम पर एफआईआर के आदेश

जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए सख्त निर्देश,बीसीपीएम पर एफआईआर के आदेश
बीसीपीएम पर एफआईआर कराने के निर्देश, लापरवाह आशा और सीएचओ पर होगी सख्त कार्रवाई
कौशाम्बी, 04 जुलाई 2025 जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने शुक्रवार को उदयन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए।

रिश्वतखोरी की शिकायत पर बीसीपीएम पर एफआईआर के आदेश

बैठक के दौरान बीसीपीएम कौशाम्बी (ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर) के खिलाफ आशा कार्यकर्ताओं के चयन में रिश्वत लेने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए सायं तक संबंधित अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस प्रकार की घटनाओं में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

लापरवाह आशा कार्यकर्ताओं और सीएचओ पर होगी कार्रवाई

जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) के कार्यों की समीक्षा करें। जिन आशा वर्कर्स या सीएचओ द्वारा लापरवाही पाई जाए, उनके विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति दी जाए। उन्होंने कहा कि जनहित की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

वीएचएसएनडी सत्रों में उपस्थिति और उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश

जिलाधिकारी ने वीएचएसएनडी (Village Health, Sanitation & Nutrition Day) सत्रों के दौरान सभी स्वास्थ्यकर्मियों की अनिवार्य उपस्थिति, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता और समुचित सेवाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन सत्रों में पोषण, टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच और बाल स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियां संचालित की जाती हैं, इसलिए इनकी गुणवत्ता में किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

जननी सुरक्षा और आयुष्मान कार्ड वितरण में तेजी लाने के निर्देश

जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को लाभ देने और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य कार्ड वितरण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने प्रगति को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना गरीबों के लिए वरदान है और इसका लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। जिन क्षेत्रों में प्रगति धीमी है, वहां विशेष अभियान चलाकर कार्ड वितरित किए जाएं।

एचबीवाईसी किट वितरण और हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की निगरानी पर विशेष जोर

जिलाधिकारी ने कहा कि 0 से 3 वर्ष तक के बच्चों की समय से पहचान कर उन्हें HBNC (Home Based Newborn Care) एवं HBYC (Home Based Young Child Care) किट का वितरण किया जाए। उन्होंने हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की नियमित निगरानी के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में स्वास्थ्य विभाग को तत्परता से कार्य करना चाहिए ताकि शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।

यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधियों को जनजागरूकता बढ़ाने के निर्देश

बैठक में उपस्थित यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रतिनिधियों को जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी को समुदाय तक पहुंचाने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे, तब तक योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाएगा।

वहीं इस दौरान बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद राम त्रिपाठी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनएचएम के अन्य अधिकारी, यूनिसेफ एवं डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक ने साफ संकेत दे दिया है कि अब स्वास्थ्य विभाग में जवाबदेही तय होगी और लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तय है। उन्होंने अंत में कहा कि जनहित से जुड़ी योजनाओं में पारदर्शिता और संवेदनशीलता सबसे जरूरी है, और इसे सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है।

ब्यूरो रिपोर्ट राकेश दिवाकर/विपिन दिवाकर 
                   9648518828


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