राष्ट्रीय लोक अदालत में 30,584 वादों का निस्तारण, 6 करोड़ 85 लाख से ज्यादा की धनराशि वसूली

राष्ट्रीय लोक अदालत में 30,584 वादों का निस्तारण

कौशांबी-जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश जे.पी. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस विशेष लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों द्वारा बड़ी संख्या में वादों का निस्तारण किया गया और जुर्माना एवं प्रतिकर के रूप में करोड़ों रुपये वसूले गए।

राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण के क्रम में परिवार न्यायालय द्वारा कुल 62 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण न्यायालय ने 60 वादों का निस्तारण करते हुए प्रभावित पक्षों को मुआवजे के रूप में 3 करोड़ 15 लाख 39 हजार रुपये दिलाए। इसी प्रकार अपर जनपद न्यायाधीश-प्रथम ने 3 वादों का निस्तारण कर 500 रुपये अर्थदंड वसूला, जबकि एससी/एसटी विशेष न्यायालय द्वारा 2 वादों का निस्तारण कर 1,000 रुपये और पॉक्सो एक्ट न्यायालय द्वारा भी 2 वाद निस्तारित कर 1,000 रुपये अर्थदंड वसूला गया।

त्वरित न्यायालय-प्रथम ने विद्युत अधिनियम से जुड़े 166 वादों समेत 167 वाद निस्तारित किए और 500 रुपये अर्थदंड लगाया। त्वरित न्यायालय-द्वितीय ने 2 वाद निस्तारित कर 500 रुपये वसूला। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 1,468 फौजदारी वादों का निस्तारण करते हुए 10 लाख 91 हजार 330 रुपये का अर्थदंड वसूला। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/सिविल जज सीडी ने 287 वाद निस्तारित कर 2,700 रुपये अर्थदंड के साथ 1 करोड़ 32 लाख 59 हजार 835 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया। अपर सिविल जज सीडी ने 169 वादों का निस्तारण कर 1,660 रुपये वसूले।

सिविल जज सीडी/त्वरित न्यायालय ने 7 वाद निस्तारित किए, जबकि सिविल जज जूनियर डिवीजन ने 137 वादों के साथ 78,750 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 195 वादों में 13,700 रुपये और अपर जूनियर डिवीजन-द्वितीय ने 44 वादों में 7,850 रुपये वसूले। सिविल जज जूनियर डिवीजन/त्वरित न्यायालय-प्रथम ने 150 वादों में 2,465 रुपये वसूले। ग्राम न्यायालय चायल ने 100 वादों में 17,770 रुपये वसूले, वहीं सिविल जज जूनियर डिवीजन/त्वरित न्यायालय-द्वितीय ने 54 वादों का निस्तारण कर 2,000 रुपये का अर्थदंड वसूला।

इसके अतिरिक्त, जनपद के राजस्व न्यायालयों ने 26,300 वादों का निस्तारण किया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने 573 वादों का निस्तारण कर 16 लाख 41 हजार 895 रुपये जमा कराए। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग ने 3 वाद निस्तारित कर दे 2,11,746 रुपये की वसूली की। स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवाएं) ने सुलह-समझौते के आधार पर 5 मामलों का निस्तारण कर 12 लाख 35 हजार 404 रुपये का अवॉर्ड पारित किया।

इसी प्रकार जनपद की विभिन्न बैंकों से संबंधित ऋण वसूली के 800 वाद निस्तारित किए गए और 1 करोड़ 94 लाख 14 हजार 500 रुपये जमा कराए गए।

कुल वाद और वसूली

इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 30,584 वादों का निस्तारण किया गया और जुर्माना व प्रतिकर के रूप में 6 करोड़ 85 लाख 24 हजार 105 रुपये की राशि वसूल की गई।

कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय लोक अदालत की नोडल अधिकारी श्रीमती शीरीन जैदी ने सभी प्रतिभागियों, न्यायिक अधिकारियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया।

ब्यूरो रिपोर्ट राकेश दिवाकर/दीपू दिवाकर 9648518828

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