जिलाधिकारी ने तहसील सिराथू में आईजीआरएस शिकायतों का किया भौतिक सत्यापन
कौशांबी। जन समस्याओं के त्वरित और पारदर्शी निस्तारण के लिए जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने सोमवार को तहसील सिराथू का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की स्थिति का मौके पर जाकर भौतिक सत्यापन किया। सत्यापन प्रक्रिया में उप जिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़, राजस्व अधिकारी और स्वयं शिकायतकर्ता मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा है कि शिकायतें सिर्फ कागजों में ही नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर भी सही और संतोषजनक तरीके से निपटाई जाएं।
सीमांकन की शिकायत का किया समाधान
आईजीआरएस संदर्भ संख्या 92517400016410 में उदहिन बुजुर्ग निवासी दशरथ प्रसाद ने अपनी भूमि आराजी संख्या 464 का सीमांकन कराने की मांग की थी। नायब तहसीलदार द्वारा कराई गई स्थलीय और अभिलेखीय जांच में सामने आया कि यह भूमि बंजर खाते में दर्ज है। जांच में यह भी पाया गया कि इस भूमि के अधिकांश हिस्से पर काफी पहले से आबादी बसी हुई है। मौके पर कोई नया निर्माण कार्य नहीं मिला। जिलाधिकारी ने आवेदक की उपस्थिति में सीमांकन कराया और साफ किया कि भूमि का शेष खाली हिस्सा ही 464 की बंजर भूमि है। इस आधार पर शिकायत का निस्तारण सही पाया गया।
अवैध कब्जे की शिकायत भी निकली निराधार
इसी तरह आईजीआरएस संदर्भ संख्या 92517400016628 और 92517400016254 में शिकायतकर्ता दशरथ प्रसाद पुत्र छोटेलाल समेत अन्य ग्रामीणों ने ग्राम उदहिन बुजुर्ग की बंजर भूमि गाटा संख्या 487, 490 और 491 पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर नायब तहसीलदार ने मौके की जांच की। रिपोर्ट में सामने आया कि गाटा संख्या 487 (0.2170 हे.), 490 (0.5890 हे.) और 491 (0.4280 हे.) राजस्व अभिलेखों में बंजर खाते में दर्ज हैं। इनमें से कुछ हिस्सों पर पूर्व से ही आबादी बसी है, लेकिन कहीं भी नया कब्जा या निर्माण कार्य नहीं हो रहा है। मौके पर शिकायतकर्ताओं को यह स्थिति दिखाते हुए जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शिकायत का निस्तारण पूरी तरह सही है।
शिकायतकर्ताओं को दी गई जानकारी
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद शिकायतकर्ताओं से संवाद करते हुए कहा कि सरकार आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर है। इसीलिए आईजीआरएस जैसी व्यवस्था बनाई गई है ताकि लोग अपनी शिकायतें सीधे दर्ज करा सकें और उनका त्वरित समाधान हो। उन्होंने संबंधित राजस्व अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि हर शिकायत को गंभीरता से लें और समयबद्ध तरीके से निस्तारित करें।
पारदर्शी व्यवस्था से बढ़ेगा विश्वास
जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने कहा कि शिकायतों का निस्तारण सिर्फ कागजी कार्रवाई तक सीमित न हो, बल्कि वास्तविक स्थिति की पुष्टि भी की जाए। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन तभी जनता का विश्वास जीत पाएगा जब शिकायतकर्ता स्वयं संतुष्ट होगा। सिराथू तहसील में आईजीआरएस शिकायतों के सत्यापन से यह संदेश गया है कि प्रशासन जमीन पर उतरकर काम कर रहा है।
जनता को मिली राहत
स्थलीय सत्यापन से शिकायतकर्ताओं को यह भरोसा मिला कि उनकी समस्या को गंभीरता से सुना गया और निष्पक्ष जांच हुई। जिलाधिकारी के मौके पर पहुंचने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। शिकायतों का निस्तारण सही पाया जाना इस बात का प्रमाण है कि आईजीआरएस व्यवस्था पारदर्शी तरीके से काम कर रही है।
ब्यूरो राकेश दिवाकर (विश्व सहारा हिंदी दैनिक) 9648518828
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