चायल बार एसोसिएशन का शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न, 95% अधिवक्ताओं ने किया मतदान
कौशांबी। चायल बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में इस वर्ष ऐतिहासिक मतदान हुआ। गुरुवार 06 नवंबर 2025 को हुए चुनाव में रिकॉर्ड 95 प्रतिशत अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शांतिपूर्ण व अनुशासित तरीके से सम्पन्न हुए इस मतदान ने बार के चुनावी इतिहास में नया आयाम जोड़ दिया।
बुधवार से ही परिसर में प्रत्याशियों द्वारा चहल-पहल देखी गई और अपने-अपने समर्थकों के लिए टेंट लगाए गए थे।
मतदान के दिन सुबह 9 बजे से ही बार परिसर में अधिवक्ताओं की भीड़ व लंबी कतारें दिखने लगी थीं। तय समयानुसार मतदान प्रक्रिया सुबह 10 बजे प्रारंभ हुई और शाम 4 बजे तक लगातार चलती रही। मतदान के दौरान अधिवक्ताओं में उत्साह और सहभागिता का ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया था। शांतिपूर्ण माहौल में पूरा चुनाव सम्पन्न होना अधिवक्ताओं और प्रशासन दोनों के लिए संतोषजनक रहा।
इस बार अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपमंत्री, प्रकाशन मंत्री, पुस्तकालय अध्यक्ष, आय-व्यय निरीक्षक और कार्यकारिणी सदस्य समेत कुल 32 पदों के लिए मतदान हुआ। इनमें से दो प्रत्याशी निर्दलीय रहे। बार परिसर में मतदान व्यवस्था इतनी सुचारू रही कि किसी प्रकार की अव्यवस्था या धक्का-मुक्की की नौबत नहीं आई। सभी प्रत्याशी भी मतदान केंद्र पर मौजूद रहकर प्रक्रिया पर नजर बनाए रहे।
चुनाव के दौरान सुरक्षा इंतज़ाम भी पुख्ता रहे। पुलिस प्रशासन ने पहले से ही अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी थी। प्रवेश-निकास द्वारों पर कड़ी निगरानी और सीसीटीवी की व्यवस्था भी की गई थी, जिससे किसी भी विवाद या गड़बड़ी की आशंका पर तुरंत नियंत्रण रखा जा सके। अधिवक्ताओं ने मतदान केंद्र की व्यवस्था और सुरक्षा बंदोबस्त की खुलकर प्रशंसा की।
मतदान समाप्त होने के बाद मतपेटियों को सभी प्रत्याशियों और उनके एजेंटों की मौजूदगी में सील किया गया और सुरक्षित कक्ष में रखा गया। अब सारी निगाहें शुक्रवार 07 नवंबर की सुबह होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जब यह साफ होगा कि किसके सिर बार की कमान सजेगी।
बार के अंदर चर्चाओं की मानें तो इस बार अध्यक्ष और महामंत्री पद पर मुकाबला काफी कांटे का बताया जा रहा है। कई पदों पर जीत का अनुमान लगाया जा रहा है, जबकि कुछ सीटों पर परिणाम पूरी तरह अप्रत्याशित रहने की संभावना जताई जा रही है। प्रत्याशी और समर्थक भी अब गणना और समीकरणों में जुट गए हैं, जबकि युवा अधिवक्ताओं में परिणाम को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।
फिलहाल फैसले की घड़ी नजदीक है। चुनाव में भाग्य आज़माने वाले 32 प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटियों में बंद है, जो कुछ ही घंटों बाद खुलकर सामने आएगी। अधिवक्ताओं के बीच चर्चा एक ही— “अब देखना है, ताज किसके सिर पर सजेगा।”
रिपोर्ट राकेश दिवाकर/विपिन दिवाकर
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