निर्धारित समय में सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने के निर्देश, जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सम्पन्न
कौशांबी। जनपद में सड़क सुरक्षा, दुर्घटना नियंत्रण और अधोसंरचना सुधार को लेकर गुरुवार को उदयन सभागार में जिलाधिकारी डॉ. अमित पाल की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के कारण, ब्लैक स्पॉट की स्थिति, स्कूली वाहनों की सुरक्षा, सड़क मरम्मत और ट्रैफिक व्यवस्था से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने सबसे पहले लोक निर्माण विभाग (लो.नि.वि.) के अधिशासी अभियंता हरवंश सिंह से जिलें में हुई सड़क दुर्घटनाओं, चिन्हित ब्लैक स्पॉट तथा दुर्घटनाओं में हुई मृत्यु के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जिन स्थानों पर दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं, उन ब्लैक स्पॉट्स पर चेतावनी बोर्ड, कटिंग, सुधार कार्य तथा अन्य सुरक्षा उपाय तत्काल पूरे कराए जाएं।
उन्होंने गड्ढा मुक्ति अभियान की प्रगति पर असंतोष जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा तय समय सीमा के भीतर सभी मुख्य व उपमार्गों पर गड्ढों की मरम्मत हर हाल में पूरी होनी चाहिए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मरम्मत की गुणवत्ता टिकाऊ हो, ताकि कुछ ही महीनों में सड़कें दोबारा खराब न हों।
जिलाधिकारी ने नगर निकायों व संबंधित विभागों को खुले नालों को शीघ्र कवर कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बरसात व भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में खुले नाले दुर्घटना का बड़ा कारण बनते हैं, इसलिए इन्हें तुरंत सुरक्षित किया जाए।
बैठक में स्कूली वाहनों की सुरक्षा मानकों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) को निर्देशित किया कि स्कूली बसों, वैनों और ऑटो की सघन जांच कराई जाए और नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी कहा कि ड्राइवरों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नेत्र परीक्षण शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाएं, ताकि दृष्टि दोष के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
जाम की समस्या पर ध्यान देते हुए जिलाधिकारी ने सभी कार्यपालक अधिकारियों और ट्रैफिक इंस्पेक्टर को निर्देश दिया कि किसी भी चौराहे से 100 मीटर की परिधि तक वाहन पार्किंग न होने दी जाए। उन्होंने कहा, “अवैध पार्किंग जाम का मुख्य कारण है, इसे नियंत्रण में लाना अनिवार्य है।”
इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर आवश्यक स्थानों पर साइनेज बोर्ड, दिशा सूचक पट्ट, स्पीड लिमिट चिन्ह आदि लगाने का कार्य भी जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनोद राम त्रिपाठी सहित पुलिस, परिवहन, लोनिवि, नगरपालिका व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि अगली बैठक में प्रगति की समीक्षा की जाएगी, इसलिए सभी विभाग समयबद्ध और जिम्मेदारी के साथ कार्य सुनिश्चित करें।
रिपोर्ट- विपिन दिवाकर/दीपू दिवाकर
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