खाद की दुकानों पर अफसरों का औचक निरीक्षण, दो लाइसेंस रद्द, सात दुकानों को नोटिस

खाद की दुकानों पर अफसरों का औचक निरीक्षण, दो लाइसेंस रद्द, सात दुकानों को नोटिस

कौशांबी। जिले में किसानों को उचित दर पर खाद उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी, जिला कृषि अधिकारी और उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी ने मंगलवार को कई खाद दुकानों पर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान गड़बड़ी पाए जाने पर दो दुकानों का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया, जबकि सात दुकानदारों को नोटिस जारी की गई है।

उप कृषि निदेशक सतेन्द्र कुमार तिवारी ने पश्चिम शरीरा, टेवा, बैरमपुर और महेवाघाट के दुकानों का निरीक्षण किया। वहीं जिला कृषि अधिकारी और उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी अभयराज गुप्ता ने सिराथू तहसील क्षेत्र के शहजादपुर, कल्याणपुर आदि स्थानों पर जांच की। अधिकारियों ने बताया कि कई दुकानों पर स्टॉक बोर्ड नहीं लगाए गए थे, स्टॉक रजिस्टर अधूरा या न बनाया गया था, किसानों को बिल नहीं दिए जा रहे थे और ओवररेटिंग की शिकायतें भी मिलीं।
खास तौर पर पश्चिम शरीरा में शारदा प्रसाद एंड ब्रदर्स उर्वरक विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की गई। दुकान संचालक ने कृषक विश्वनाथ पुत्र छोटेलाल से 04 बोरी डीएपी का मूल्य 5400 रुपये के स्थान पर 6500 रुपये वसूल लिए थे। शिकायत सही पाए जाने पर उप कृषि निदेशक ने मौके पर ही दुकान संचालक से 1100 रुपये वापस कराए और दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया।

अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि खाद की ओवररेटिंग, स्टॉक छिपाने, अनियमित बिक्री या बिना बिल खाद बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसानों से अपील की गई कि वे अधिक मूल्य वसूली, कालाबाजारी या अन्य अनियमितता पाए जाने पर तत्काल विभाग को सूचना दें।

कृषि विभाग ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य किसानों को निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराना और कालाबाजारी पर अंकुश लगाना है। निरीक्षण अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियम विरुद्ध कार्य करने वाले दुकानदार बख्शे नहीं जाएंगे।
रिपोर्ट- विपिन दिवाकर/दीपू दिवाकर 
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