नेवादा PHC में प्रसव के बाद बिगड़ी तबीयत, तीन बच्चों की मां ने तोड़ा दम–परिजनों में कोहराम
कौशांबी। पिपरी थाना क्षेत्र के मखऊपुर निवासी शिवलोचन पत्नी धनंजय को प्रसव पीड़ा होने पर नेवादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में मंगलवार भोर 4 बजे प्रसव के लिए भर्ती कराया गया
जहां सुबह 8 बजे एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। प्रसव होने के बाद सब कुछ सामान्य दिखा, लेकिन करीब 10 बजे अचानक महिला का ब्लड प्रेशर तेजी से गिरने लगा। डॉक्टरों ने हालत नाजुक बताते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
परिजन महिला को तुरंत लेकर निकले, लेकिन स्थिति लगातार खराब होती देख उन्होंने बीच रास्ते तिल्हापुर मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां करीब आधा घंटे इलाज चला, लेकिन डॉक्टर बीपी नियंत्रित करने में असफल रहे और उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद परिजन गंभीर अवस्था में महिला को प्रयागराज के अक्षय हॉस्पिटल ले गए, जहां कुछ देर इलाज के बाद शिलोचन की मौत हो गई।
मृतका शिलोचन अपने पीछे तीन मासूम बच्चों को छोड़ गई है—एक छह वर्षीय बेटी दिव्यांशी, चार वर्षीय आयंशी और गोद में दूधमुंहा नवजात बेटा। मां की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घर में मातम का माहौल है, बच्चों की मासूम आंखों में मां के जाने का दर्द साफ नजर आ रहा है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि समय पर उचित इलाज मिल जाता तो जान बच सकती थी। ग्रामीणों ने भी स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाया। फिलहाल परिवार महिला की मौत से गहरे सदमे में है और उनका रो रो कर बुरा हाल है।
रिपोर्ट विपिन दिवाकर/दीपू दिवाकर
एक टिप्पणी भेजें