प्रयागराज सोरांव महोत्सव में संस्कृति, शिक्षा और देशभक्ति का अद्भुत संगम

प्रयागराज सोरांव महोत्सव में संस्कृति, शिक्षा और देशभक्ति का अद्भुत संगम
प्रयागराज। जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद प्रयागराज तथा एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के तत्वावधान में आयोजित प्रयागराज सोरांव महोत्सव 16 नवंबर रविवार का दिन सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवं मनोरंजक गतिविधियों से सराबोर रहा। सुबह से लेकर रात तक चले विभिन्न कार्यक्रमों ने न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया, बल्कि उपस्थित नागरिकों को मनोरंजन, ज्ञान और सांस्कृतिक गौरव का शानदार अनुभव भी दिया।
महोत्सव का आगाज़ दोपहर 12 बजे जिला प्रशासन प्रयागराज द्वारा आयोजित स्वच्छता संगोष्ठी से हुआ। इस संगोष्ठी में प्रतिभागियों को स्वच्छता, सामुदायिक सहभागिता और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूक किया गया। इस पहल का उद्देश्य शहरवासियों को स्वच्छ प्रयागराज के संकल्प के प्रति प्रेरित करना था।
इसके बाद दोपहर 1 बजे मंच पर विद्यार्थियों एवं स्थानीय कलाकारों की ओर से आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं। नृत्य, गीत और लघु नाटिकाओं ने दर्शकों का मन मोह लिया। दोपहर 2 बजे से एनसीसी कैडेट्स एवं स्काउट-गाइड के छात्रों द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस को समर्पित देशभक्ति प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनका उपस्थित भीड़ पर गहरा प्रभाव पड़ा।
शाम 4 बजे प्रसिद्ध कलाकार नित्यानंद मिश्रा संजीव जी ने भक्तिमय भजनों की अनुपम प्रस्तुति दी। उनके मधुर गायन ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिकता से भर दिया।
इसके उपरांत शाम 5 बजे शुभम बैंड इलाहाबाद तथा कई विद्यालयों के विद्यार्थियों ने सामूहिक नृत्यों, कोरस एवं लोक कला प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध परंपराओं का सुंदर प्रदर्शन किया।
शाम 6 बजे शुभवी शिवानी मिश्रा कपल डांस ग्रुप, वाराणसी ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से कार्यक्रम की शोभा को और बढ़ाया। इस जोड़ी की शानदार प्रस्तुति को दर्शकों ने खूब सराहा और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया।
शाम 7 बजे स्थानीय कलाकारों की अतिरिक्त प्रस्तुतियों ने महोत्सव की भव्यता को और गहराई दी तथा मंच पूरे उत्साह के साथ सजीव बना रहा।
रात 8 बजे एनसीसी एवं स्काउट-गाइड छात्रों ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर दिनभर चले कार्यक्रमों का हृदयस्पर्शी समापन किया। उनके स्वरों में देशप्रेम की भावना ने उपस्थित दर्शकों के मन को गौरव से भर दिया।

महोत्सव स्थल पर हस्तशिल्प प्रदर्शनी, कला स्टॉल, किड्स ज़ोन और स्वादिष्ट व्यंजनों की श्रृंखला विशेष आकर्षण का केंद्र बनी रही। नागरिकों ने इन स्टॉल्स का भरपूर आनंद लिया और स्थानीय उत्पादों के प्रति उत्साह भी दिखाया।

कार्यक्रम के अंत में जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद प्रयागराज ने सभी कलाकारों, छात्रों, आगंतुकों तथा आयोजन से जुड़े संस्थानों का आभार व्यक्त करते हुए आगामी कार्यक्रमों में भी अधिकाधिक सहभागिता की अपील की।
 रिपोर्ट- राकेश दिवाकर 9648518828,9454139866

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