कारागार का निरीक्षण करने पहुंचे जनपद न्यायाधीश व जिलाधिकारी ने स्वयं परखा हकीकत

कारागार का निरीक्षण करने पहुंचे जनपद न्यायाधीश व जिलाधिकारी ने स्वयं परखा हकीकत
प्रयागराज केन्द्रीय कारागार व जिला कारागार, नैनी का माननीय जनपद न्यायाधीश सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शनिवार 20 दिसंबर को निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को परखा और आवश्यक सुधारात्मक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने बंदियों को दी जा रही सुविधाओं की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए हर पहलू को गंभीरता से देखा।
निरीक्षण के समय डीसीपी यमुनानगर विवेक कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दिनेश कुमार गौतम, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री तृषा मिश्रा, केन्द्रीय कारागार के जेलर प्रवेश कश्यप, जिला कारागार के जेलर डॉ. आलोक, वरिष्ठ जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह, वरिष्ठ जेल अधीक्षक जिला कारागार श्रीमती अमिता दूबे सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
माननीय जनपद न्यायाधीश एवं जिलाधिकारी ने केन्द्रीय कारागार के चिकित्सालय का निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं को स्वयं जांचा परखा। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी से दवाओं की उपलब्धता, डॉक्टरों की तैनाती, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं बीमार बंदियों के उपचार की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी बंदी के इलाज में लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
इसके बाद दोनों अधिकारियों ने रसोई घर का निरीक्षण कर बंदियों को दिए जाने वाले भोजन और नाश्ते की गुणवत्ता को स्वयं जांचा। उन्होंने मीनू चार्ट के अनुसार भोजन तैयार होने की प्रक्रिया को देखा और यह भी जाना कि प्रतिदिन कितने बंदियों के लिए कितनी मात्रा में भोजन बनाया जा रहा है। माननीय जनपद न्यायाधीश एवं जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बंदियों को प्रतिदिन मीनू चार्ट के अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन व नाश्ता अनिवार्य रूप से दिया जाए।
माननीय जनपद न्यायाधीश सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने विचाराधीन कैदियों से सीधे संवाद कर खुद उनसे बातचीत करते हुए लीगल सर्विसेज, उनके मुकदमों की स्थिति एवं हिस्ट्री टिकट की जानकारी ली। उन्होंने बंदियों से बीमारी, खान-पान, साफ-सफाई एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया और समस्याओं के शीघ्र समाधान के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
निरीक्षण के दौरान कारागार परिसर की साफ-सफाई एवं हरियाली को लेकर भी अधिकारियों ने स्वयं निरीक्षण कर स्थिति का आकलन किया। माननीय जनपद न्यायाधीश ने परिसर में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाए जाने, गार्डेनिंग को बढ़ावा देने तथा बंदियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए मेडिटेशन एवं योग की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि कारागार प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण के साथ कार्य करते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि बंदियों को सभी आवश्यक सुविधाएं सम्मानपूर्वक मिलें। वहीं दोनों अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस प्रकार के निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की लगातार निगरानी की जाएगी।

रिपोर्ट चीफ एडिटर- राकेश दिवाकर/अभिषेक चौधरी 
9648518828,9454139866

Post a Comment

और नया पुराने