अंत्येष्टि स्थल बनाने में मजदूरी के नाम पर कई लाख रुपया चुनिंदा लोगों के नाम निकाल कर बंदर बांट

अंत्येष्टि स्थल बनाने में मजदूरी के नाम पर कई लाख रुपया चुनिंदा लोगों के नाम निकाल कर बंदर बांट 
जनपद कौशांबी नेवादा ब्लॉक के जलालपुर भरती गांव में अंत्येष्टि स्थल बनने के लिए 24 लाख 45 हजार की लागत से अंत्येष्टि स्थल का निर्माण हो रहा है मजे की बात तो यह है कि अंत्येष्टि स्थल ऐसी जगह बनाया जा रहा है जहां बारिश में बाढ़ के दौरान दीवार टूट कर बह जाएगी जो कई लाख रुपए की लागत से बनायी जा रही है। वही ग्रामीणों के अनुसार अंत्येष्टि स्थल निहायत घटिया क्वालिटी से निर्माण कराया जा रहा है वहीं बात करें तो अंत्येष्टि स्थल में मजदूरी के नाम पर 6लाख 69 हजार 589 रुपया प्रधान प्रतिनिधि बेटा संदीप निषाद द्वारा कुछ चुनिंदा लोगों के नाम पर निकाल ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने मिलकर धन का बंदर बांट किया जा रहा है वही ग्रामीणों की बात माने तो चार बार से लगातार प्रधानी इन्हीं के पास है वही बात करें तो किसी प्रकार का विकास नहीं किया गया जो किया भी गया है लोगों के अनुसार आधा अधूरा किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि जो अंत्येष्टि स्थल बनाई जा रही है।निहायत घटिया किस्म से बनाई जा रही है जो बनने के बाद जल्द ही जर्जर होकर धराशाई हो जायेगी। जो नीचे की जमीन प्लस्टर कर बनाई गई है अभी से ही उखड़ रही है।
नीचे जमीन का प्लास्टर बालू डालकर उसके ऊपर दोगा डाल दिया गया वहीं चारों तरफ की जाने वाली बाउंड्री की दीवार चार इंच से तैयार की जा रही है। वहीं दीवार के नीचे बनी नेह मात्र दो-तीन रद्दा करके उसके ऊपर लेंटर दिया गया है जो की मानक के अनुसार सबसे नीचे की शुरुआती नेंह 18,14 व 9 इंच की दीवार होनी चाहिए।

वही प्रधान प्रतिनिधि द्वारा ग्रामीणों के अनुसार कुछ चुनिंदा लोगों के नाम पर मोटी रकम निकाली गई है आखिर वह कौन लोग हैं जो ग्राम प्रधान के खासम- खास हैं, जिनके नाम से ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व सेक्रेटरी की मिली भगत से कई लाख रुपए निकल गए हैं।
जैसे- बबलू 91 लाख 925, रामजी निषाद 1 लाख 86 हजार 200, श्यामा 62 हजार 225, गीता 71 हजार एक सौ, गुड्डू 42 हजार 660, कालीचरण 1 लाख 64 हजार 770, सोनू 24 हजार 800, राम बहादुर 44 हजार 965 रुपए, गेंदालाल 37 हजार 646 1 वर्ष में इन लोगों के नाम रकम निकाली गई है।

सबसे ज्यादा रकम अंत्येष्टि स्थल के नाम पर जो अभी आधा अधूरा बना है। फरवरी माह 2024 से कार्य चालू है जिसकी लागत 24 लाख 45 हजार रुपया है। अंत्येष्टि स्थल में ही लगभग₹6 लाख मजदूरी के नाम पर पैसा निकाला गया है। कहीं ऐसा तो नहीं मजदूरी के नाम पर निकाल कर पैसा, बंदर बांट कर जा रहा हो। यदि जांच हुई तो कार्यवाही होना तय है।

पोर्टल के अनुसार ई पेमेंट की गई है। इतनी बड़ी मोटी रकम सभी को ई पेमेंट द्वारा की गई है। जिम्मेदारों की मिली भगत से बन रही अंत्येष्टि स्थल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है।

रिपोर्ट- राकेश दिवाकर पत्रकार 
               9648518828 

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